Friday 31 July 2009

बच्चों का ब्लॉग (पत्रिका)

प्यारे बच्चों, आज आप पढिये अंकल श्यामल सुमन की सुंदर कविता, और कार्टूनिस्ट सुरेश के कार्टून साथ ही मनोरंजक चुटकुला भी। आप भी अपनी रचनाएँ हमें suresh.cartoon@gmail.com पर भेजें।

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बच्चा से बस्ता है भारी
ये भबिष्य की है तेयारी

खोया बचपन, सहज हँसी भी
क्या बच्चे की है लाचारी

भाषा, पहले के आका की
पढ़ने की है मारामारी
भारत को इन्डिया जब कहते
हिन्दी लगती है बेचारी
टूटा सा घर देख रहे हो
वह विद्यालय है सरकारी
ज्ञान, दान के बदले बेचे
शिक्षक लगता है व्यापारी

छीन रहा जो अधिकारों को
क्यों कहलाता है अधिकारी

मंदिर, मस्जिद और संसद में
भरा पड़ा है भ्रष्टाचारी

हुआ है विकसित देश हमारा
घर घर छायी है बेकारी

सुमन पढ़ा जनहित की बातें
बिल्कुल मानो है अखबारी
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सादर
श्यामल सुमन
09955373288

मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
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कार्टून
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चुट्कुलें

पिताजी-राजू, कार का क्या करोगे ? भगवान् ने पैर किसलिए दिए हैं ? बेटा- जी, ब्रेक और एक्सीलेटर दबाने के लिए।

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